आनंद भवन स्वराज भवन: नेहरू परिवार की धरोहर और स्वतंत्रता संग्राम का गवाह

आनंद भवन और स्वराज भवन: नेहरू परिवार की धरोहर और स्वतंत्रता संग्राम का गवाह

नेहरू परिवार से जुड़े आनंद भवन और स्वराज भवन प्रयागराज के प्रमुख ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल हैं, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के संदर्भ में अत्यधिक महत्व रखते हैं। ये दोनों भवन भारतीय राजनीति और इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और नेहरू परिवार के इतिहास से जुड़े हुए हैं।

आनंद भवन

आनंद भवन स्वराज भवन

  • स्थान: आनंद भवन, प्रयागराज के चंद्र चौक क्षेत्र में स्थित है।
  • इतिहास: यह भवन पहले एक निजी निवास था, जिसे मुंशी केदारनाथ द्वारा 19वीं सदी के अंत में बनवाया गया था। बाद में यह जवाहरलाल नेहरू के परिवार का घर बन गया।
  • नेहरू परिवार का संबंध: यह जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, और राजीव गांधी के परिवार का घर था। यहां से नेहरू परिवार ने भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  • महत्व: आनंद भवन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के कई महत्वपूर्ण घटनाओं का गवाह रहा है। इसे अब एक संग्रहालय में बदल दिया गया है, जहां नेहरू परिवार से जुड़े व्यक्तिगत सामान, दस्तावेज और स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित संग्रह रखा गया है।
  • संग्रहालय: यहां पर नेहरू परिवार के जीवन से जुड़ी यादें, जैसे जवाहरलाल नेहरू के व्यक्तिगत सामान, उनके पत्र, तस्वीरें और अन्य ऐतिहासिक वस्तुएं प्रदर्शित की जाती हैं।

स्वराज भवन

आनंद भवन स्वराज भवन

  • स्थान: स्वराज भवन भी प्रयागराज में स्थित है और यह आनंद भवन के पास ही है।
  • इतिहास: स्वराज भवन को पहले इलाहाबाद निवास के नाम से जाना जाता था और यह नेहरू परिवार के संस्थापक मोतीलाल नेहरू का घर था। मोतीलाल नेहरू एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य थे।
  • महत्व: स्वराज भवन में मोतीलाल नेहरू और उनके परिवार ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कई महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित कीं। यह वह स्थान था जहां 1920 के दशक में स्वराज आंदोलन और असहमति के बारे में चर्चाएं होती थीं।
  • नेहरू परिवार का योगदान: स्वराज भवन नेहरू परिवार के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को प्रदर्शित करता है। यहां पर मोतीलाल नेहरू की निजी वस्तुएं, उनके विचार और उनके योगदान की यादें रखी जाती हैं।

यात्रा टिप्स:

  • आनंद भवन और स्वराज भवन दोनों का दौरा एक साथ किया जा सकता है, क्योंकि वे पास-पास स्थित हैं।
  • यहां की यात्रा करते समय आप नेहरू परिवार के योगदान को गहराई से समझ सकते हैं और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास से परिचित हो सकते हैं।
  • यह दोनों भवन अब संग्रहालय के रूप में कार्य करते हैं, और आपको उनके ऐतिहासिक महत्व को महसूस करने का मौका मिलेगा।

निकटतम पर्यटन स्थल

इन दोनों भवनों की यात्रा न केवल एक ऐतिहासिक यात्रा है, बल्कि यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और नेहरू परिवार की विरासत को जानने का एक शानदार अवसर भी है।

Categories:

Leave a Reply