Chhath Puja 2025 का पूरा कैलेंडर: नहाय खाय, खरना, इतिहास और शुभ मुहूर्त

Chhath Puja 2025: 25-28 अक्टूबर तक के 4 दिन! Nahay Khay, Kharna, अर्घ्य की डेट्स, इतिहास और ठेकुआ रेसिपी जानें।

नमस्ते दोस्तों, आप मुझे तो जानते ही हैं आपका यार जांजगीर वाला अमित। हां, वही जांजगीर जहां hasdev नदी की ठंडी हवा और घने जंगलों वाला Chhattisgarh की सैर करो तो लगता है जैसे स्वर्ग उतर आया हो। लेकिन आज बात कर रहा हूं Chhath Puja 2025 की, जो हर साल मुझे घर की याद दिला देती है। देखो यार, मैं तो घूमने का शौकीन हूं – कभी बिहार के घाटों पर, कभी दिल्ली के पार्कों में – लेकिन छठ का ये त्योहार? वो तो जैसे मेरी रगों में बसा हुआ है। खासकर 2025 में, जब ये 25 अक्टूबर से शुरू होकर 28 अक्टूबर तक चलेगा। Nahay Khay से Usha Arghya तक, चार दिन का ये सफर इतना खूबसूरत है कि बताओ तो कम लगे।

आप सोच रहे होंगे, भाई अमित, तू जांजगीर से है, छत्तीसगढ़ में तो छठ इतना बड़ा क्यों मनाते हो? अरे यार, हमारा इलाका तो बिहार-झारखंड से सटा हुआ है ना, और प्रवासी भाइयों की वजह से यहां भी ये त्योहार धूम मचाता है। मैंने खुद देखा है, हमारे मोहल्ले में बिहारी परिवारों के साथ मिलकर कैसे घाट सजते हैं। तो चलो, आज एक दोस्त की तरह बैठे-बैठे बात करते हैं Chhath Puja history की। ज्यादा फॉर्मल न बनाऊंगा, बस वैसा ही जैसे चाय की दुकान पर बैठे दो यार गप्पें मार रहे हों। हंसेंगे भी, रोएंगे भी थोड़ा, और अंत में शायद कोई नई रेसिपी ट्राय करने का मन कर जाए।

Chhath Puja का जन्म: कहां से आया ये सूर्य देव का प्यार?

दोस्तों, सबसे पहले तो ये जान लो कि Chhath Puja significance क्या है। ये तो सूर्य देव और छठी मां का त्योहार है, जो बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और अब छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है। इतिहास पढ़ो तो पता चलेगा, ये वैदिक काल से चला आ रहा है। Chhath Puja Wikipedia पर जाकर देख लो, वहां लिखा है कि रामायण में भी इसका जिक्र है – जब भगवान राम और माता सीता वनवास से लौटे तो उन्होंने सूर्य देव को अर्घ्य चढ़ाया था।

अरे यार, सोचो तो, हजारों साल पुरानी परंपरा! मैं तो सोचता हूं, अगर आज के टाइम में राम जी होते तो शायद इंस्टाग्राम पर #ChhathPuja2025 पोस्ट करते। हाहा, मजाक कर रहा हूं भाई, लेकिन सीरियसली, ये त्योहार nature worship का बेस्ट एग्जांपल है। सूर्य की किरणें जो विटामिन D देती हैं, वो तो हम जानते ही हैं, लेकिन छठ में तो वो ऊर्जा सीधे दिल तक पहुंच जाती है।

मुझे याद है, बचपन में पास ही एक छोटे से तालाब पर मां हमें ले जातीं। वो कहतीं, “अमित बेटा, सूर्य देव सबको देखते हैं, बस दिल साफ रखो।” आज भी वो बात याद आती है। Emotional हो जाता हूं यार। तो आप भी इस बार Chhath Puja 2025 में घरवालों के साथ बैठो, और सोचो कि ये त्योहार सिर्फ व्रत-उपवास नहीं, बल्कि family bonding का मौका है।

अब चलो, थोड़ा और पीछे चलें। Chhath Puja history में एक कथा है द्रौपदी की – महाभारत वाली। कहते हैं कि पांडवों के वनवास के दौरान द्रौपदी ने छठ व्रत रखा था ताकि उनके पति स्वस्थ रहें। सोचो दोस्त, वो जमाना जब औरतें इतनी ताकतवर होतीं! आज भी व्रत करने वाली बहनें-मांएं उसी जज्बे को जिंदा रखती हैं। मैंने एक बार बिहार के पटना घूमते हुए एक बुजुर्ग आंटी से बात की, वो बोलीं, “बेटा, ये व्रत तो दर्द भरा है, लेकिन सूर्य देव की कृपा से सब ठीक हो जाता है।” यार, उसकी आंखों में चमक देखकर लगा, जैसे वो खुद देवी हों। तो अगर आप Chhath Puja rituals के बारे में और जानना चाहें, तो यह आर्टिकल पढ़ लो – वहां डिटेल्स हैं 2025 की तारीखों के साथ।

Chhath Puja 2025 Dates: कब-कब मनाएंगे ये चार दिन का जश्न?

अब आते हैं main point पर – Chhath Puja dates 2025। दोस्तों, इस बार Nahay Khay 25 अक्टूबर शनिवार को है। फिर Kharna 26 अक्टूबर रविवार को। तीसरा दिन Sandhya Arghya 27 अक्टूबर सोमवार को, और अंत में Usha Arghya 28 अक्टूबर मंगलवार को। सूर्योदय का समय चेक कर लो, क्योंकि अर्घ्य उसी समय चढ़ता है। जांजगीर में तो हम लोग सुबह 6 बजे के आसपास घाट पर पहुंच जाते हैं। अरे हां, अगर आप Delhi Chhath Puja 2025 मनाने वाले हैं, तो यमुना घाट पर भीड़ लगेगी – लेकिन सावधान, ट्रैफिक जाम हो जाएगा! मैंने लास्ट ईयर दिल्ली में मनाया था, यार वो तो जैसे फेस्टिवल ऑफ लाइट्स का मिनी वर्जन था।

Chhath Puja 2025 history, facts, date with image

तो प्लानिंग शुरू कर दो। अगर घर पर celebrate करना है, तो How to celebrate Chhath Puja at home in 2025 सर्च कर लो। सिंपल है – साफ-सुथरा रहो, शाकाहारी खाना बनाओ, और घाट पर जाओ। लेकिन अगर घूमने का प्लान है, तो Bihar Chhath Puja घूम आओ। वहां के गंगा घाट? वाह यार, जैसे स्वप्नलोक। मैं तो सोच रहा हूं इस बार जांजगीर से ट्रेन पकड़कर भागलपुर जाऊं – वहां के प्रसाद की बात ही अलग है।

Nahay Khay: पहला दिन, जहां स्नान से शुरू होता है सफर

चलो अब डिटेल में जाते हैं। Chhath Puja first day Nahay Khay। 25 अक्टूबर 2025 को सुबह उठो, नहाओ, और सिर्फ एक बार खाना खाओ। मेन्यू? अरे भाई, सिंपल रखो – गुड़ की रोटी, चने का सलाद, और फल। कोई मसाला-मिर्ची नहीं, क्योंकि ये पवित्रता का दिन है। मुझे याद है, एक बार जांजगीर में मेरा दोस्त राजू – वो बिहारी है ना – उसके घर गया। आंटी ने बनाई थी ठेकुआ जैसी रोटियां, लेकिन गुड़ वाली। खाते-खाते बोला, “यार अमित, ये तो हेल्दी फास्ट फूड है!” हंस पड़े हम सब। लेकिन सीरियसली, Nahay Khay का मतलब है body और soul को cleanse करना। पानी में डुबकी लगाओ, जैसे नर्मदा में, और मन की गंदगी धो दो।

अगर आप beginners हो, तो चिंता मत करो। यह गाइड देख लो – वहां step-by-step बताया है। और हां, मेरे तरह से तो Chhath Puja preparation tips 2025 में सबसे बड़ा टिप ये है: समय पर सोना शुरू कर दो, क्योंकि चार दिन व्रत हैं। मैं तो प्रैक्टिस करता हूं – महीने भर पहले से जंक फूड छोड़ देता हूं। मजाक लग रहा है? नहीं यार, ट्राय करो, फर्क पड़ेगा।

Kharna: दूसरा दिन, जहां मीठा प्रसाद चखने का मजा है

अब Kharna, 26 अक्टूबर। ये तो fun day है! व्रत रखने वाले लोग सुबह से कुछ नहीं खाते, शाम को कच्चा भोजन बनाते हैं – चावल, दाल, सब्जी, और गुड़। फिर रात में प्रसाद ग्रहण करते हैं। यार, सोचो, पूरे दिन भूखे रहो और शाम को वो मीठा चावल? स्वादिष्ट! Janjgir में हम लोग पार्क में इकट्ठा होते हैं, ठेकुएं बनाते हैं। ठेकुआ रेसिपी? आसान है – गेहूं का आटा, गुड़, घी मिलाओ, तल लो। लेकिन ध्यान रखो, तेल गर्म न हो ज्यादा, वरना जल जाएगा। एक बार मेरी बहन ने ट्राय किया, आधा कच्चा, आधा जला – हम सब हंस-हंसकर लोटपोट हो गए। “दीदी, ये तो Chhath Puja funny moments का हिस्सा बन गया!” बोले हम।

लेकिन Kharna का emotional side भी है। रात को परिवार के साथ बैठो, पुरानी बातें करो। मुझे तो याद आता है पापा का, जो कहते थे, “बेटा, ये प्रसाद खाओ तो सूर्य देव प्रसन्न होते हैं।” आज वो नहीं हैं, लेकिन हर ठेकुए में उनकी याद आ जाती है। तो दोस्तों, इस बार Kharna पर अपने अपनों को हग कर लेना। और अगर रेसिपी चाहिए, तो Bihar Chhath Puja recipes सर्च करो – ढेर सारी मिलेंगी।

Sandhya Arghya: तीसरा दिन, सूर्यास्त का वो जादू

27 अक्टूबर, Sandhya Arghya। यार, ये तो peak है! शाम को घाट पर जाओ, पानी में उतरो, और सूर्य को अर्घ्य चढ़ाओ। ठंडा पानी, गर्दन तक भरा हुआ, और आसपास भजन गूंजते हुए – goosebumps आ जाते हैं। Janjgir के तालाब पर तो लाइट्स लगीं रहती हैं, जैसे दिवाली का ट्रायल। लेकिन बिहार के देवघर या वैशाली घाट? वो तो next level। मैंने 2023 में घूमा था वहां, एक परिवार देखा – मां व्रत में, बाप बच्चे संभालते, सब मिलकर भजन गाते। बोला मैंने उस अंकल से, “अंकल जी, ये तो real family time है।” वो मुस्कुराए, “हां बेटा, Chhath Puja family celebration का बेस्ट तरीका है।”

यार पानी में खड़े-खड़े पैर सुन्न हो जाते हैं! एक बार मेरा कजिन गिरा भी था, हम सब चिल्लाए – “भाई, सूर्य देव ने पुकारा क्या?” हंसते-हंसते पेट दुख गया। लेकिन serious note पर, Arghya में fruits और thekua चढ़ाते हैं। सावधानी रखो, प्रदूषण से बचो। 2025 में तो गवर्नमेंट क्लीन घाट्स पर फोकस कर रही है। यह न्यूज चेक कर लो – प्लानिंग में मदद मिलेगी।

Usha Arghya: चौथा दिन, सूर्योदय की वो मुस्कान

अंत में 28 अक्टूबर, Usha Arghya। सुबह-सुबह उठो, फिर वही अर्घ्य। व्रत समाप्ति का दिन, जहां प्रसाद बांटते हो। यार, वो सूर्योदय देखो तो लगता है नई शुरुआत हो रही है। Janjgir में हम लोग नाश्ता साथ खाते हैं – खीरा, सेब, केला। सिंपल लेकिन satisfying। एक पर्सनल स्टोरी सुनाऊं? लास्ट ईयर, दिल्ली में अकेला था मैं। यमुना घाट पर गया, वहां बिहारी कम्युनिटी मिली। एक आंटी ने प्रसाद दिया, बोलीं, “बेटा, घर जैसा खा लो।” आंखें नम हो गईं यार। Chhath Puja emotional stories ऐसी ही होती हैं – दूर रहो तो और गहरी लगती हैं।

Chhath Puja Recipes: घर पर बनाओ, आसान तरीके से

अब खाने की बात। Chhath Puja special recipes बिना तो अधूरा। ठेकुआ पहले बताया, अब खाजा। चावल का आटा, गुड़, नारियल – भिगोकर मिक्स करो, तल लो। क्रिस्पी और स्वीट। या फिर कद्दू की सब्जी – बिना मसाले, सिर्फ नमक-हल्दी। मैं Janjgir में मां की रेसिपी फॉलो करता हूं: कद्दू को लंबा काटो, उबालो, फिर हल्का तड़का। दोस्त राजू कहता है, “अमित, ये तो vegan delight है!” हाहा, वो हमेशा इंग्लिश में घुसा देता है।

प्रसाद के लिए fruits banana apple pomegranate – ये must हैं। और पानी में डालने के लिए सुपारी, लौंग। अगर vegetarian Chhath Puja menu 2025 प्लान कर रहे हो, तो चेकलिस्ट बना लो: चावल, दाल, आलू-सब्जी। कैलोरी काउंट मत करो यार, ये त्योहार है!

घूमने का प्लान: Chhath Puja 2025 कहां मनाएं?

ट्रेवलर हूं ना मैं, तो बिना travel tips के कैसे? Bihar Chhath Puja के लिए पटना या मुजफ्फरपुर जाओ – ट्रेन से 12 घंटे लगेंगे Janjgir से। होटल बुक कर लो, लेकिन लोकल स्टे ट्राय करो। छत्तीसगढ़ में रायपुर के घाट अच्छे हैं। या Jharkhand Chhath Puja – रांची के झील साइड। मजा आएगा! एक बार भागलपुर गया था, वहां के लोकल मार्केट में प्रसाद की शॉपिंग की – 500 रुपए में ढेर सारा सामान। लेकिन सावधान, भीड़ में जेबकतरों से। हंसते हुए कहूं तो, “यार, सूर्य देव तो देखते हैं, लेकिन पॉकेट मत खाली होने दो!”

घूमते हुए सोचो, ये त्योहार migrants के लिए कितना स्पेशल है। दिल्ली-मुंबई में लाखों बिहारी छठ मनाते हैं, घर की याद ताजा करते। मैं भी वैसा ही हूं – जांजगीर लौटता हूं तो लगता है, खूबसूरत भारत का असली चेहरा यहीं है।

Chhath Puja Songs और भजन: दिल को छूने वाले

यार, छठ के बिना भजन? वो तो जैसे चाय बिना चीनी की! Chhath Puja songs 2025 के लिए यूट्यूब खोलो, ढेर सारे नए वर्जन मिलेंगे। मेरा फेवरेट? “उगा हो सूरज देव भइया” – वो तो सुबह सुनते ही जोश भर देता है। जांजगीर में हम लोग रात भर गाते हैं, पड़ोसी कभी-कभी चिल्लाते हैं “शॉ शॉ, थोड़ा वॉल्यूम डाउन!” लेकिन अगले दिन सब मिलकर प्रसाद खाते हैं, और बोतलें खुल जाती हैं – ना, गलत बोला, चाय की बात कर रहा था! हाहा। सीरियसली, भजन तो सिर्फ गाने नहीं, वो meditation की तरह हैं। एक बार पटना घाट पर खड़ा था, हजारों आवाजें एक साथ “छठी मां की जय” चिल्ला रही थीं – वो वाइब्रेशन? यार, जैसे सूर्य देव खुद बोल रहे हों।

अगर आप घर पर अकेले मना रहे हो, तो playlist बना लो। शुरू करो “करतार सूरज देव” से, फिर “देवघरवा जाई” – झारखंड स्टाइल। मेरी एक दोस्त, नेहा, वो दिल्ली वाली, कहती है कि वो ऑफिस ब्रेक में ये भजन सुनती है, स्ट्रेस चला जाता है। “अमित भाई, ये तो free therapy है!” बोली वो। और हां, 2025 में तो नए आर्टिस्ट्स जैसे पवन सिंह के नए ट्रैक्स आएंगे – Chhath Puja bhajans playlist सर्च कर लो। 

पर्यावरण और छठ: क्लीन इंडिया का हिस्सा

अब थोड़ा सीरियस हो जाऊं, क्योंकि Chhath Puja environmental impact पर बात न हो तो अधूरा लगता है। यार, घाटों पर लाखों लोग आते हैं, प्रसाद चढ़ाते हैं, लेकिन प्लास्टिक की थैलियां, पॉलीथिन के पैकेट? वो तो नदी को गंदा कर देते हैं। 2025 में तो ग्रीन छठ कैंपेन और जोर पकड़ेगा – सरकार क्लीन घाट बनवा रही है, बांस की टोकरियां प्रमोट कर रही। मैंने खुद एक क्लीन-अप ड्राइव की थी, दोस्तों के साथ सुबह-सुबह कचरा उठाया। राजू बोला, “भाई, ये तो workout हो गया, व्रत के साथ फिटनेस!” हंस पड़े हम, लेकिन असर पड़ा – तालाब साफ हो गया, मछलियां खुश नजर आईं।

सोचो दोस्त, सूर्य देव तो ऊर्जा देते हैं, लेकिन हमारी नदियां? गंगा, सोन, नर्मदा – अगर गंदी हो गईं तो अर्घ्य कौन चढ़ाएगा? टिप्स दूं: biodegradable सामान यूज करो, जैसे केले के पत्ते पर प्रसाद रखो। पानी में कुछ फेंकना हो तो सिर्फ फूल-पत्तियां। एक बार वैशाली घाट पर देखा, लोकल एनजीओ वाले बांस के सुप बांट रहे थे – फ्री में! बोले, “ये यूज करो, प्लास्टिक छोड़ो।” Emotional हो गया मैं, क्योंकि बचपन में पापा कहते थे, “बेटा, प्रकृति मां है, उसे साफ रखो।” तो इस छठ पर, हर कोई एक प्लास्टिक बैग कम करे – छोटी शुरुआत, बड़ा बदलाव। यह रिपोर्ट पढ़ लो – पिछले साल की तरह 2025 में भी फोकस रहेगा। यार, छठ तो सिर्फ व्रत नहीं, eco-friendly festival भी है। ट्राय करो, फर्क महसूस होगा।

Chhath Puja Shopping List: क्या-क्या लाओ?

शॉपिंग के बिना त्योहार? इंपॉसिबल! Chhath Puja shopping list 2025 बना लो, ताकि कुछ न छूटे। शुरू करो बांस की टोकरी से – वो तो must है, अर्घ्य के लिए। मार्केट में 200-300 में मिल जाएगी, लेकिन अगर ऑनलाइन चाहो तो Amazon पर Chhath Puja kit 2025 सर्च करो – पूरा पैकेज 1500 के अंदर। Fruits? Banana 2 दर्जन, apple 1 किलो, pomegranate 5-6 – ताजा लो, क्योंकि अर्घ्य में चढ़ाने हैं।

प्रसाद वाले: गुड़ 2 किलो, गेहूं आटा 5 किलो ठेकुएं के लिए, चावल 2 किलो Kharna के। सब्जियां – कद्दू 2 मीडियम, आलू 1 किलो, चने 500 ग्राम। मसाले? बस हल्दी, नमक – ज्यादा नहीं। सुप, सुपारी, लौंग, इलायची – ये छोटे-छोटे लेकिन जरूरी। एक टिप: लोकल मार्केट जाओ, वहां सस्ता और फ्रेश मिलेगा। एक बार भागलपुर गया, वहां स्पेशल दुकानें थीं – गुड़ इतना शुद्ध कि चखते ही मीठा लग गया। लेकिन बजट? 1000-2000 रखो, ज्यादा मत खर्च।

मेरी बहन हमेशा एक्स्ट्रा फ्रूट्स खरीद लेती है, बोलती है “सूर्य देव को ज्यादा लगे!” हम हंसते हैं, लेकिन emotional? वो फ्रूट्स बांटते वक्त गरीब बच्चों को देते हैं – यार, वो स्माइल? priceless। तो लिस्ट चेक करो, लेकिन दिल से शॉपिंग करो। अगर Delhi Chhath Puja shopping के लिए हो, तो चांदनी चौक जाओ – वहां सब कुछ मिलेगा।

क्यों मनाएं Chhath Puja: हेल्थ बेनिफिट्स

दोस्तों, Chhath Puja health benefits 2025 में और रेलेवेंट लग रहे हैं, क्योंकि हम सब busy life में हेल्थ भूल जाते हैं। व्रत से detoxification होता है – बॉडी क्लीन होती है, टॉक्सिन्स बाहर निकलते। सुबह अर्घ्य के लिए सूर्य स्नान? वो तो vitamin D का खजाना है, हड्डियां स्ट्रॉन्ग, मूड बेहतर। मैं तो हर छठ पर 4 दिन व्रत रखता हूं, वेट लॉस होता है थोड़ा, एनर्जी बढ़ जाती। डॉक्टर दोस्त कहता है, “अमित, ये intermittent fasting जैसा है, लेकिन स्पिरिचुअल ट्विस्ट के साथ।”

लेकिन emotional health? यार, परिवार के साथ समय बिताओ, स्ट्रेस कम होता है। एक स्टडी पढ़ी थी – यह चेक कर लो – सूर्य एक्सपोजर डिप्रेशन कम करता है। हम घाट पर वॉक करते, बातें करते – वो bonding? priceless। व्रत में हाइड्रेटेड रहो, पानी ज्यादा पियो। अगर डायबिटीज है तो डॉक्टर से पूछ लो। राजू कहता है, “व्रत रखा तो बीयर की क्रेविंग खत्म!” हाहा, लेकिन सीरियसली, ये त्योहार balance सिखाता हैं – body, mind, soul। तो मनाओ, हेल्थी रहो।

Chhath Puja FAQ: आपके सवालों के जवाब, यार सीधे-सीधे

अब आते हैं FAQ पर – क्योंकि हर कोई पूछता है, “भाई, ये तो क्या, वो कैसे?” तो मैंने कुछ कॉमन वाले इकट्ठा किए, अपने अंदाज में।

  1. Chhath Puja 2025 कब है? यार, 25 से 28 अक्टूबर – Nahay Khay से Usha Arghya तक। डेट्स मिस मत करना!
  2. क्या घर पर Chhath Puja at home 2025 मना सकते हैं? बिल्कुल! बालकनी या पार्क में अर्घ्य चढ़ाओ, बस पवित्र रहो। घाट न हो तो नदी का पानी घर लाओ।
  3. ठेकुआ कैसे बनाएं? आसान – आटा, गुड़, घी मिलाओ, तल लो। रेसिपी के लिए Bihar Chhath Puja recipes गूगल करो। लेकिन जल मत जाने देना, वरना मैं हंसूंगा!
  4. क्या व्रत सब रख सकते हैं? हां, लेकिन हेल्थ इश्यू हो तो शॉर्ट रखो। महिलाएं मुख्य रखती हैं, लेकिन फैमिली सब जॉइन करे।
  5. Delhi में कहां मनाएं? यमुना घाट या लोधी गार्डन – लेकिन ट्रैफिक से बचो। कम्युनिटी इवेंट्स जॉइन कर लो।
  6. पर्यावरण के लिए क्या करें? प्लास्टिक अवॉइड करो, क्लीन-अप में हेल्प करो। ग्रीन छठ बनाओ!
  7. भजन कौन-कौन गाएं? “उगा हो सूरज” से शुरू करो – यूट्यूब पर Chhath Puja bhajans 2025 ढेर हैं।

और सवाल हो तो कमेंट्स में पूछो, मैं रिप्लाई दूंगा!

आओ मिलकर मनाएं

दोस्तों, Chhath Puja 2025 एक ऐसा त्योहार है जो हमें nature, family और self से जोड़ता है। Janjgir से लिख रहा हूं, लेकिन ये मैसेज हर कोने तक पहुंचे। आओ, इस बार साथ मनाएं – चाहे घर पर, घाट पर। शेयर करो अपनी स्टोरीज कमेंट्स में। जय छठी मां! जय सूर्य देव!

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