Chepa Rani Temple : एक शांत मंदिर की एक्साइटिंग बाइक यात्रा

Chepa Rani Temple: एक शांत पहाड़ी मंदिर की सैर

हाय दोस्तों, मैं अमित आपका वही पुराना दोस्त, एक घुमक्कड़, जो हर बार किसी नई जगह की खोज में निकल पड़ता है। आज मैं आपको ले चलता हूँ एक ऐसी जगह, जो न सिर्फ़ खूबसूरत है, बल्कि आपके दिल को सुकून और आत्मा को शांति देती है, और आपके मनोकामना को भी पूरा करती हैं। बात हो रही है Chepa Rani Temple की, जो छत्तीसगढ़ के बिलासपुर-अंबिकापुर हाईवे पर पहाड़ी में बसा एक छोटा सा, लेकिन बेहद खास मंदिर है। ये जगह मेरे लिए इसलिए भी खास है, क्योंकि कुछ दिन पहले ही मैं अपने तीन दोस्तों – भवानी, संजय और संतोष – के साथ यहाँ बाइक ट्रिप पर गया था। और यार, इस बार तो हमारी यात्रा में बारिश और बिजली का तड़का भी लगा! तो चलिए, मेरा इस एक्साइटिंग, मज़ेदार, और थोड़ी सी भावनात्मक यात्रा की कहानी सुनिए।

कैसे शुरू हुई हमारी Chepa Rani Temple की यात्रा?

कुछ दिन पहले की बात है, मॉनसून अपने पूरे शबाब पर था। छत्तीसगढ़ की हरियाली बारिश की बूंदों से और भी निखर गई थी। भवानी, मेरा वो यार जो हर बार कुछ नया करने की सोचता है, ने एक दिन कॉल किया और बोला, “भाई, बाइक निकाल, कहीं चलते हैं, मस्त मौसम है!” मैंने कहा, “यार, लेकिन जाएँ कहाँ?” फिर संजय और संतोष भी कॉन्फ्रेंस कॉल में जुड़ गए, और हमने तय किया कि जांजगीर से निकलकर Dalha Pahad के रास्ते होते हुए Khondhra Forest घूमते हुए Chepa Rani Temple चलते हैं।

हम चारों ने अपनी बाइक्स निकालीं, बैग में कुछ स्नैक्स, पानी की बोतलें, और एक जोश भरा मूड पैक किया, और बस निकल पड़े। जांजगीर से शुरू हुआ हमारा सफर इतना मज़ेदार था कि क्या बताऊँ! जंगल के बीचों बीच ऊबड़ खाबड़ रस्ते के साथ में हरे-भरे खेत, छोटे-छोटे गाँव, और बारिश की फुहारों ने ऐसा समा बांधा कि लग रहा था जैसे हम किसी फिल्म के सीन में बाइक चला रहे हों। छत्तीसगढ़ टूरिज्म में ऐसे और सिन देख सकते है।

Chepa Rani Temple कहाँ है और कैसे पहुँचें?

Chepa Rani Temple छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में, बिलासपुर-अंबिकापुर हाईवे पर स्थित है। ये मंदिर रतनपुर से लगभग 25 किलोमीटर और जांजगीर से करीब 60 किलोमीटर दूर है। अगर आप जांजगीर से जा रहे हैं, तो आप Dalha Pahad और Khondhra Forest के रास्ते से होकर जा सकते हैं, जैसा हमने किया। रास्ता इतना खूबसूरत है कि आपका मन बार-बार रुककर फोटो खींचने को करेगा।

Chepa Rani Temple bilaspur
Chepa Rani Temple Tour With Frainds

अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं, तो बिलासपुर जंक्शन या जांजगीर-नैला रेलवे स्टेशन आपके नजदीकी स्टेशन होंगे। वहाँ से आप टैक्सी, बस, या अपनी बाइक से मंदिर तक पहुँच सकते हैं। हवाई यात्रा के लिए रायपुर का माना हवाई अड्डा सबसे नजदीक है, जो बिलासपुर से करीब 130 किलोमीटर दूर है। लेकिन दोस्तों, अगर आप मुझसे पूछो, तो bike trip का मज़ा ही अलग है। जांजगीर से Dalha Pahad के रास्ते, Khondhra Forest की हरियाली को पार करते हुए मंदिर तक जाना एक ऐसा अनुभव है, जो आप कभी नहीं भूलेंगे। आपको मालूम होगा कुछ दिन पहले ही मैं ऐसे और जंगल के रस्ते से Bilaspur Nature Camp, Khutaghat Dam और Barnawapara Wildlife Sanctuary गया था और इंटरेस्टिंग बात ये है कि मै बारनवापारा के जंगल में भटक गया था।

मंदिर का रास्ता: 500 सीढ़ियों की चढ़ाई और जंगल का रोमांच

Chepa Rani Temple एक छोटे से पहाड़ पर बसा है। मंदिर तक पहुँचने के लिए आपको करीब 500 steps चढ़ने पड़ते हैं। सुनने में थोड़ा मुश्किल लगता है, लेकिन यकीन मानिए, रास्ते में Khondhra Forest की हरियाली, चहचहाती चिड़ियाएँ, और ठंडी हवा आपको थकान भूलने पर मजबूर कर देती हैं। हम जांजगीर से निकले थे, और Dalha Pahad के रास्ते होते हुए Khondhra Forest में घूमते हुए मंदिर की ओर बढ़े। रास्ते में बारिश की हल्की बूंदों ने माहौल को और भी रसीला बना दिया।

हमने अपनी बाइक्स मंदिर के नीचे पार्क कीं और सीढ़ियाँ चढ़ना शुरू किया। संजय ने तो 20 सीढ़ियाँ चढ़ते ही हाँफना शुरू कर दिया और बोला, “यार, ये तो मेरी जिम की पूरी कसरत से ज्यादा है!” भवानी ने मज़ाक में कहा, “अरे, तू तो इंस्टाग्राम पर जिम की स्टोरी डालता है, और यहाँ 500 सीढ़ियों से डर रहा है?” हम सब ठहाके मारकर हँस पड़े। रास्ते में रुक-रुककर हमने Khondhra Forest के नज़ारे देखे। वो हरे-भरे पेड़, बारिश से भीगी मिट्टी की खुशबू, और जंगल की शांति – सब कुछ इतना जादुई था कि हमारा मन वहीं बस जाने को कर रहा था।

वापसी में बारिश और बिजली का तमाशा

मंदिर के दर्शन के बाद हमने सोचा कि अब वापस चलते हैं, लेकिन दोस्तों, प्रकृति को तो कुछ और ही मंजूर था! जैसे ही हम सीढ़ियाँ उतरकर अपनी बाइक्स की ओर बढ़े, आसमान में काले बादल छा गए। और फिर शुरू हुई जोरदार बारिश! बारिश ऐसी कि कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा था। ऊपर से बिजली का कड़कना शुरू हो गया। संतोष तो डर के मारे बोला, “यार, ये तो लग रहा है जैसे कोई भूत-प्रेत हमें रोक रहा है!” हम सब हँस पड़े, लेकिन सच कहूँ, वो बिजली की गड़गड़ाहट और बारिश का जोर देखकर थोड़ा डर तो हमें भी लगा।

हमने अपनी बाइक्स एक पेड़ के नीचे खड़ी कीं और बारिश रुकने का इंतज़ार करने लगे। भवानी ने अपने बैग से एक बड़ा प्लास्टिक निकाला और बोला, “लो, अब हम भीगने से बच गए!” लेकिन वो पलास्टिक इतनी छोटी थी कि चार लोग उसमें समा ही नहीं रहे थे। आखिरकार, हमने बारिश में भीगते हुए ही वापसी की। वो भीगने का मज़ा, वो हँसी-मज़ाक, और वो डर – सब मिलकर इस ट्रिप को और भी यादगार बना गया।

मंदिर का माहौल: शांति और आध्यात्मिकता का संगम

मंदिर पहुँचकर वहाँ का peaceful environment देखकर मन को सुकून मिला। Chepa Rani Temple एक छोटी सी गुफा में बसा है, जहाँ Mata Rani की मूर्ति स्थापित है। ये 400 फीट की ऊँची पहाड़ी पर है, और बुजुर्गों का कहना है कि काफी पहले इस क्षेत्र में महामारी आई थी, लेकिन मंदिर के आसपास के गाँवों पर इसका असर नहीं हुआ। ग्रामीण इसे देवी की कृपा मानते हैं। हर साल नवरात्रि पर यहाँ मेला लगता है, और लोग दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं।

Chepa Rani Temple
Chepa Rani Temple photos

पहले यहाँ पानी की कमी थी, लेकिन चेपा के बैगा हीरा सिंह मरावी ने अकेले ही 40 साल मेहनत करके पहाड़ की चट्टान तोड़कर 30 फीट गहराई पर पानी निकाला। तब से deep well यहाँ बना, और अब पानी की कोई दिक्कत नहीं है। उनकी इस मेहनत को देखते हुए ग्रामीणों ने उनकी प्रतिमा भी मंदिर में स्थापित कर दी। मंदिर का परिसर छोटा है, लेकिन इसकी सादगी और शांति आपको बांध लेती है। मंदिर के पास का deep well थोड़ा रहस्यमयी लगता है। संजय ने मज़ाक में कहा, “यार, ये कुआँ तो किसी पुरानी हॉरर फिल्म का सेट है!” हम सब हँस पड़े, लेकिन उसकी गहराई देखकर थोड़ा अजीब सा लगा। इससे जुड़े कुछ और जानकारी आप दैनिक भास्कर में भी देख सकते हैं।

मंदिर में दर्शन करने के बाद हमने वहाँ कुछ समय बिताया। पुजारी जी ने हमें माता रानी की कहानी सुनाई। उनका कहना था कि ये मंदिर बहुत पुराना है और स्थानीय लोगों के लिए आस्था का बड़ा केंद्र है। Mata Rani को यहाँ विशेष रूप से पूजा जाता है, और लोग अपनी मनोकामनाएँ लेकर यहाँ आते हैं। मैंने भी चुपके से अपनी एक छोटी सी मनोकामना माँगी, और यकीन मानिए, वो कुछ महीनों बाद पूरा भी होगा।

दोस्तों के साथ वो पल, मस्ती और यादें

मंदिर के दर्शन के बाद हम चारों दोस्त मंदिर परिसर में ही बैठ गए। संतोष ने अपने बैग से चिप्स और कोल्ड ड्रिंक निकाली, और हमने वहीं एक छोटा सा पिकनिक मना लिया। भवानी ने अपनी पुरानी स्कूल की कहानियाँ शुरू कर दीं, और संजय ने उसका मज़ाक उड़ाना शुरू कर दिया। वो पल इतने हल्के और खुशहाल थे कि आज भी याद करके हँसी आ जाती है।

हमने मंदिर के आसपास थोड़ा और घूमने का फैसला किया। मंदिर के पीछे एक छोटा सा jungle route है, जो Khondhra Forest की ओर जाता है। हमने वहाँ भी कुछ समय बिताया। जंगल में चलते हुए ऐसा लग रहा था जैसे हम किसी साहसिक यात्रा पर हैं। संजय ने तो एक बार डरते हुए कहा, “यार, यहाँ कोई भालू-वालू न मिल जाए!” हम सब हँस पड़े, लेकिन सच कहूँ, जंगल की उस शांति में कुछ जादू सा था।

Chepa Rani Temple क्यों है खास?

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये मंदिर इतना खास क्यों है? तो दोस्तों, ये मंदिर सिर्फ़ एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि एक ऐसी जगह है, जो आपको प्रकृति और आध्यात्मिकता का एक अनोखा संगम देती है। यहाँ की कुछ खास बातें मैं आपको बताता हूँ:

  1. Peaceful Environment: मंदिर का परिसर इतना शांत है कि आप अपने मन की सारी उलझनों को भूल जाते हैं। शहर की भागदौड़ से दूर, ये जगह आपको अपने आप से जोड़ती है।
  2. प्राकृतिक सुंदरता: Khondhra Forest और Dalha Pahad की हरियाली इस मंदिर को और भी खूबसूरत बनाती है। बारिश के मौसम में तो यहाँ की हरियाली देखते ही बनती है।
  3. 500 Steps: मंदिर तक पहुँचने के लिए 500 सीढ़ियाँ चढ़ना एक छोटा सा रोमांच है। ये चढ़ाई न सिर्फ़ शारीरिक, बल्कि मानसिक रूप से भी आपको तरोताजा करती है।
  4. Deep Well: मंदिर के पास का कुआँ न सिर्फ़ रहस्यमयी है, बल्कि स्थानीय लोगों की आस्था से भी जुड़ा है।
  5. Bike Trip: अगर आप बाइक से यहाँ आ रहे हैं, तो Bilaspur Ambikapur Highway और Khondhra Forest का रास्ता आपकी ट्रिप को और भी मजेदार बना देगा।

मेरी वो भावनात्मक बात

दोस्तों, अब थोड़ी सी गंभीर बात। उस दिन जब हम मंदिर में बैठे थे, मुझे मेरी दादी की बहुत याद आई। वो हमेशा कहती थीं कि मंदिर सिर्फ़ पूजा की जगह नहीं, बल्कि वो जगह है जहाँ आप अपने मन की बात कह सकते हैं। उस दिन मैंने Mata Rani से अपनी एक छोटा सा मनोकामना मांगा था, जो मेरे करियर से जुड़ा था। मैं उस वक्त अपनी जॉब को लेकर बहुत परेशान था। लेकिन मंदिर की उस शांति में मुझे ऐसा लगा जैसे कोई मेरी बात सुन रहा हो।

मैं ये नहीं कह रहा कि ये मंदिर कोई चमत्कार करता है, लेकिन यहाँ की शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा आपको अपने लक्ष्यों के लिए एक नई प्रेरणा जरूर देती है।

Chepa Rani Temple जाने का सबसे अच्छा समय

अगर आप Chepa Rani Temple जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो मॉनसून या सर्दियों का मौसम सबसे अच्छा है। मॉनसून में Khondhra Forest की हरियाली और बारिश की फुहारें इस जगह को स्वर्ग बना देती हैं। सर्दियों में मौसम सुहाना होता है, और सीढ़ियाँ चढ़ना भी आसान लगता है। गर्मियों में यहाँ थोड़ी गर्मी हो सकती है, तो अपने साथ पानी और टोपी जरूर रखें।

क्या-क्या ले जाएँ?

  • पानी की बोतल: सीढ़ियाँ चढ़ते वक्त प्यास लग सकती है।
  • कैमरा या फोन: Khondhra Forest और मंदिर के नज़ारे फोटो खींचने के लिए परफेक्ट हैं।
  • स्नैक्स: मंदिर के आसपास ज्यादा दुकानें नहीं हैं, तो अपने साथ कुछ खाने-पीने का सामान रखें।
  • आरामदायक जूते: Jungle Route पर चलने के लिए अच्छे जूते जरूरी हैं।
  • छोटा सा बैग: जरूरी सामान रखने के लिए।
  • यात्रा कैसे शुरू करें : एक अनोखी पर्यटन मार्गदर्शिका

आसपास की और जगहें

अगर आप Chepa Rani Temple जा रहे हैं, तो आसपास की कुछ और जगहें भी घूम सकते हैं। यहाँ कुछ सुझाव हैं:

  1. Achanakmar Tiger Reserve : बिलासपुर से थोड़ी दूरी पर ये टाइगर रिजर्व जंगल सफारी और वन्यजीवों को देखने के लिए शानदार जगह है।
  2. Mahamaya Temple: रतनपुर में स्थित ये मंदिर एक प्रसिद्ध शक्ति पीठ है, जो आध्यात्मिक यात्रा के लिए परफेक्ट है।
  3. Nature Camp Bilaspur: बिलासपुर में ये कैंप प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शानदार अनुभव है। यहाँ आप कैंपिंग, ट्रेकिंग, और प्रकृति के बीच समय बिता सकते हैं।
  4. Khutaghat: बिलासपुर के पास ये खूबसूरत जलाशय और डैम पिकनिक और बोटिंग के लिए मशहूर है। बारिश के मौसम में यहाँ का नज़ारा देखने लायक होता है।

मेरा अनुभव: एक यादगार बाइक ट्रिप

हमारे वो bike trip सिर्फ़ एक यात्रा नहीं था, बल्कि दोस्तों के साथ बिताए वो पल थे, जो जिंदगी भर याद रहेंगे। Chepa Rani Temple की शांति, Khondhra Forest की हरियाली, Dalha Pahad के रास्ते, और बारिश-बिजली का वो तमाशा – सब मिलकर इस ट्रिप को मेरे लिए खास बना गया। संतोष ने जाते वक्त कहा था, “यार, ऐसी जगहें हमें याद दिलाती हैं कि जिंदगी में सुकून ढूंढना कितना जरूरी है।” और मैं उसकी बात से पूरी तरह सहमत हूँ।

खूबसूरत भारत के लिए एक संदेश

दोस्तों, Khubsurat Bharat में मैं हमेशा ऐसी जगहों की कहानियाँ लाता हूँ, जो न सिर्फ़ खूबसूरत हों, बल्कि आपके दिल को छू जाएँ। Chepa Rani Temple ऐसी ही एक जगह है, जो आपको प्रकृति, आध्यात्मिकता, और रोमांच का एक अनोखा मिश्रण देती है। अगर आप छत्तीसगढ़ घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो इस मंदिर को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें।

तो यार, अगली बार जब आप कहीं घूमने का प्लान बनाएँ, तो Bilaspur Ambikapur Highway की सैर जरूर करें। और हाँ, अगर आप यहाँ जाएँ, तो मेरे लिए भी Mata Rani से एक छोटी सी दुआ माँग लेना। मुझे यकीन है, आपका मन यहाँ आकर उतना ही हल्का होगा, जितना मेरा हुआ था।

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