तमिलनाडु राज्य, भारत | तमिलनाडु से जुड़े रोचक बातें
तमिलनाडु राज्य, भारत | तमिलनाडु से जुड़े रोचक बातें
खूबसूरत भारत मे आज हम जानेंगे, भारत के एक ऐसे राज्य के बारे में जो अपने खूबसूरत समुद्री किनारे और अपने प्राचीन सभ्यताओं के लिए जाना जाता है। तो चलिये देखते हैं भारत के खूबसूरत राज्य, भगवान रामेश्वर का क्षेत्र, तमिलों का घर, मंदिरों की भूमि तमिलनाडु के बारे में।
तमिलनाडु राज्य
भारत के दक्षिणी छोर पर अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के मुहाने पर स्थित, तमिल सभ्यताओं को समेटा हुआ, तमिलनाडु, नीलगिरी के प्राकृतिक सुंदरता से सना हुआ, समुद्र की लहरों से सजा सजा हुआ, सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से सम्पन्न है। तमिलनाडु के उत्तर में आन्ध्र प्रदेश, पश्चिम में केरल, दक्षिण में हिन्द महासागर और पूर्व में बंगाल की खाड़ी और उत्तरपूर्व में पुडुचेरी से घिरा हुआ है। यहाँ से श्रीलंका कुछ ही दूरी में है।
तमिलनाडु का पश्चिमी, दक्षिणी और उत्तरपूर्वी भाग पहाड़ी भूभाग वाला है। नीलगिरी से जुड़े हुए तमिल नाडु देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जिसकी सीमा के भीतर पूर्वी और पश्चिमी घाट पड़ते हैं जिसमे केरल की सीमा से लगता पश्चिमी घाट, दक्षिणपश्चिम मानसून की बारिश को रोक देता है। राज्य का पूर्वी भाग उपजाऊ है, उत्तरी भाग में पहाडियाँ और समतल भूमि भी है। राज्य के मध्य भाग शुष्क हैं। कावेरी, थेनपेनई, पलार, तमिलनाडु की तीन सबसे बड़ी नदियाँ हैं, इसके अतिरिक्त वैगई नदी, नोय्याल नदी, चेय्यार नदी, फिर पेनाई, वेल्लर नदी, मोयार नदी, पम्पर नदी, भवानी नदी, थामिराबरानी नदी, वैप्पर, सरबंगा नाधि, नल्लारू, कौसिका नाधि जैसे प्रमुख नदियाँ बहती है।
तमिलनाडु एक नजर में
38 जिलों वाला तमिलनाडु 1,30,058 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत का 10 वां बड़ा राज्य है और लगभग 1 करोड़ 22 लाख जनसंख्या के साथ देश का 6 वां सबसे बड़ा राज्य है। 2017 के आंकड़े अनुसार, तमिलनाडु में साक्षरता दर 82.9% है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई है जो भारत के सबसे खूबसूरत और एक हाईटेक शहर है। इसके साथ ही कोयंबटूर, मदुरई, तंजावुर, तिरुचिरापल्ली जौसे बड़े शहर भी है। तमिलनाडु के लोगों की मूल भाषा तमिल है।
तमिलनाडु एक ऐसा राज्य है जिसका लगभग 23.80% क्षेत्र वनों से आच्छादित है। नीलगिरि तहर तमिलनाडु का राजकीय पशु है और पन्ना कबूतर राजकीय पक्षी। भारतनाट्टियम यहां की राजकीय नृत्य है तो नीरारम राजकीय गीत, इसके साथ ही ताड़ तमिलनाडु का राजकीय वृक्ष और करी हरी राजकीय पुष्प है।
तमिलनाडु भारतीय प्रायद्वीप के सबसे दक्षिणी राज्य में स्थित है जो नौ प्रमुख वन प्रकारों का एक स्पेक्ट्रम है, जिसमें नम सदाबहार वन से लेकर, नम पर्णपाती, शुष्क पर्णपाती, शोला, घास की भूमि और झाड़ीदार जंगल शामिल हैं। पश्चिमी घाट, राज्य की सबसे लंबी पहाड़ी श्रृंखला जैव-विविधता के 25 वैश्विक हॉटस्पॉट में से एक है और भारत में स्थानिकवाद के तीन मेगा केंद्रों में से एक है।
2017 के आकलन के अनुसार राज्य का वन क्षेत्र 26,281 वर्ग किमी है जो राज्य के भौगोलिक क्षेत्र का 20.21 प्रतिशत है। इसके साथ ही राज्य का वृक्ष आच्छादन 4,671 वर्ग किमी है। इस तरह यहां का वन और वृक्ष आवरण अब 30,952 वर्ग किमी है जो राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 23.80% है।
तमिलनाडु का इतिहास
आजादी के बाद मद्रास प्रेसिडेंट के कुछ भाग विशेष कर तमिल क्षेत्रों को मिलाकर ममद्रास प्रान्त के रूप में स्थापित तमिलनाडु भारत का एक ऐसा राज्य है जिसे 1968 में मद्रास प्रान्त का नाम बदलकर तमिलनाडु कर दिया गया। तमिलनाडु अर्थात तमिलों का घर, गांवों का समूह। आधिकारिक दस्तावेज में “तमिलनाडु” का प्रथम प्रयोग 1968 में हुआ था।
तमिलनाडु का इतिहास बहुत प्राचीन है। यह उन गिने चुने क्षेत्रों में से एक है जो प्रागैतिहासिक काल से अब तक लगातार बसे हुए है। अत्यारम्भ से यह तीन प्रसिद्ध राजवंशों चेर, चोल तथा पांड्य की कर्मभूमि रही है। यहाँ के प्राचीन मन्दिर की सुंदरता कल्पना से परे हैं। यहाँ चेर, चोल तथा पांड्य संस्कृतियों का विभिन्न कालों में प्रभाव रहा है।
तमिल सभ्यता विश्व की पुरातनतम सभ्यताओं में से एक, तमिल नाडु के प्राचीन संगम साहित्य में, यहाँ के तत्कालीन राजाओं, राजकुमारों तथा उनके प्रशन्शक कवियों का विवरण मिलता है। अपनी प्राचीन सभ्यताओं और खूबसूरत मंदिरों के लिए दुनिया भर में मशहूर तमिलनाडु में, प्राचीन काल में चेर, चोल तथा पांड्य, मराठों और असंख्य छोटे राज्यों ने शासन किया और अपनी शक्ति को स्थापित किया।
समृद्ध तमिलनाडु
तमिलनाडु सांस्कृतिक रूप से काफी समृद्ध है। तमिलनाडु के कई लोक नृत्य हैं जो राज्य की संस्कृति और परंपरा को प्रभावित करते रहे हैं। तमिलनाडु में विभिन्न लोकनृत्य जैसे कुरवनजी, करगट्टम, कुम्मी, कोल्लट्टम, कावड़ी अट्टम, नोंदी नाटकम, अय्यट्टम, देवरत्तम, डमी हॉर्स, पीकॉक डांस आदि प्रसिद्ध हैं। यहाँ का गीत बहुत मधुर और आनंददायक और संस्कृति से भरा हुआ होता हैं। भरतनाट्यम् काफी लोकप्रिय और प्रसिद्ध है। तमिल यहां की आधिकारिक भाषा है, तमिळ भाषा का इतिहास काफी प्राचीन है।
तमिलनाडु के धार्मिक स्थल
तमिलनाडु ऐतिहासिक, पुरातात्विक एवं पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है। मंदिरों की भूमि, तमिलनाडु भारत के दक्षिण में स्थित मंदिरों के शहर के रूप में जाना जाने वाला बहुत ही धार्मिक राज्य है। तमिलनाडु सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का देश है। जहां कुल 38,655 मंदिर हैं। जो पूरे दक्षिण भारत में सबसे अधिक दर्शनीय और धार्मिक राज्य है जहाँ हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। तमिलनाडु के प्राचीन मंदिरों की विस्तृत वास्तुकला और शानदार मूर्तियां, अपने सभी पर्यटकों को अपनी अद्भुत सुंदरता से मंत्रमुग्ध कर देती हैं, तमिलनाडु की सांस्कृतिक विशेषता तंजावुर के भित्तिचित्र, भरतनाट्यम्, मंदिर-निर्माण तथा अन्य स्थापत्य कलाएं हैं।
राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों में रामनाथस्वामी मंदिर, कपालीश्वरर मंदिर, मीनाक्षी अम्मन मंदिर, बृहदेश्वर मंदिर, शोर मंदिर, एकंबरेश्वर मंदिर, आदियोगी शिव प्रतिमा, श्री राजगोपाल स्वामी मंदिर, जम्बुकेश्वर मंदिर, श्री रंगनाथस्वामी मंदिर, मयूरनाथस्वामी मंदिर, कपालीश्वरर मंदिर, अखंड रॉक मंदिर, पापनासम मंदिर, श्रीविल्लीपुथुर अंदल मंदिर, नागराज मंदिर, कुमारी अम्मन मंदिर, थिलाई नटराज मंदिर, अन्नामलाईयार मंदिर, श्रीपुरम स्वर्ण मंदिर, मुरुगन मंदिर, जैसे प्रसिद्ध स्थल हैं जो लोगों को आपनी ओर आकर्षित करता हैं।
तमिलनाडु के पर्यटन स्थल
तमिलनाडु प्राकृतिक विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से भरपूर हैं। तमिलनाडु अपने धार्मिक आस्थाओं से जुड़े लोकप्रिय तीर्थस्थल, हरे-भरे खूबसूरत ऊचें पहाड़ियाँ, हिल स्टेशन, समुंद्र तट, खूबसूरत झील, झरनें और गार्डन के लिए विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। तमिलनाडु एक ऐसा राज्य है जहां सबसे ज्यादा विदेशी पर्यटक आते है।
तमिलनाडु दक्षिण भारत का सबसे खूबसूरत इलाका है जो खूबसूरत स्थलों के लिए मशहूर है। समुद्री तट से दिखते सौंदर्य पूर्ण नज़ारे, खूबसूरत हिल स्टेशनों से सजे, अपने रीति रिवाजों में बंधे तमिलनाडु की शांतिप्रिय सफर आपके मन को रोज़मर्रा की चिंता से मुक्त कर देगा। यहाँ की तमिल संस्कृति की झलक भी आपको मोहित कर देगी। मंदिरों की सैर करके आप अपनी आध्यात्मिकता को और बढ़ा सकते है। तमिलनाडु के पर्यटन स्थल` इन सभी का मिश्रण है।
तमिलनाडु के महाबलीपुरम, होगेनक्कल, कन्याकुमारी, कांचीपुरम, मदुरै, कोयंबटूर, तंजावुर, कुन्नूर, वेलंकन्नी, कोल्ली मलाई, यरकौड, चेन्नई, रामेश्वरम, कोडाईकनाल और ऊटी जैसे खूबसूरत पर्यटन स्थल अपनी अद्वितीय पारिस्थितिकी और सांस्कृतिक पहचान के लिए प्रसिद्ध है। जो पर्यटकों को आकर्षित करते है।
तमिलनाडु की अर्थव्यवस्था
तमिल नाडु, भारत का दूसरा सबसे बड़ा औद्योगिक राज्य है। इसके साथ ही तमिल नाडु, कर्नाटक के बाद देश का सबसे बड़ा सूचना प्रौद्योगिकी विकास का क्षेत्र है। इसके अतिरिक्त यहाँ बायोप्रौद्योगिकी विकास, लौह और परमाणु ऊर्जा का भी केन्द्र है। देश के 40% वाहन यही बनते हैं। इसके अतिरिक्त वस्त्र-उद्योग भी यहाँ का एक पारम्परिक रूप से प्रमुख उद्योग है। तमिल नाडु का पर्यटन उद्योग भी विकसित है। राज्य की अर्थव्यवस्था में कृषिक्षेत्र की प्रमुख भूमिका है। तमिलनाडु केलों और फूलों का सबसे बड़ा, आम, रबड़, मूंगफली, नारियल का दूसरा सबसे बड़ा और कॉफ़ी का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है।
तमिलनाडु में परिवहन
तमिल नाडु का परिवहन तन्त्र बहुत विकसित है। 4,873 किमी. राष्ट्रीय मार्ग और 17,154 किमी. राजमार्ग के साथ तमिलनाडु में सड़कों की कुल लंबाई 1,99,040 किमी. है। इसमें 1,77,013 किलोमीटर जिला सड़कें और ग्रामीण सड़कों की लंबाई शामिल है। राज्य में रेल-तन्त्र बहुत अच्छी तरह विकसित है और यहाँ रेलमार्गों की कुल लम्बाई 5952 किमी है।
तमिलनाडु कैसे पहुंचे
सड़क द्वारा
तमिलनाडु में लगभग 1.70 लाख किमी का सड़क नेटवर्क है। कई सरकारी बसों के साथ निजी बस ऑपरेटर महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ते हैं और पूरे दक्षिण में चलते हैं। राज्य एक्सप्रेस परिवहन निगम द्वारा चलाई जाने वाली अंतर-राज्यीय बसें चेन्नई को कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश राज्यों से जोड़ती हैं।
रेल द्वारा
चेन्नई में अपने केंद्र बिंदु के साथ, दक्षिणी रेलवे का एक नेटवर्क है जो भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के एक बड़े क्षेत्र को कवर करता है। तमिलनाडु, केरल, पांडिचेरी, कर्नाटक का एक बड़ा हिस्सा और आंध्र प्रदेश का एक हिस्सा नेटवर्क द्वारा कवर किया गया है। चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन शहर के केंद्र से सिर्फ 5 किमी दूर है। अन्य महत्वपूर्ण रेल जंक्शनों में मदुरै, तिरुचिरापल्ली, सेलम और कोयंबटूर शामिल हैं।
हवाई जहाज से
चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, फ्रैंकफर्ट, लंदन आदि जैसे गंतव्यों के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के साथ-साथ 20 गंतव्यों के लिए घरेलू उड़ानों के साथ सेवा प्रदान करता है।