Bagore ki haveli : ऐसा जगह, जो किसी पुरानी बॉलीवुड फिल्मी सेट की तरह हैं

Bagore ki Haveli : जहां ऐसा लगेगा, जैसे किसी पुरानी बॉलीवुड फिल्म के सेट पर आ गए हो

नमस्ते दोस्तों, वापस आ गया हूँ मैं, आपका दोस्त अमित, एक और नई यात्रा की कहानी लेकर! खूबसूरत भारत में आज बात करेंगे उदयपुर की उस खूबसूरत जगह की, जो मेरे दिल को छू गई- Bagore Ki Haveli. अगर आप राजस्थान की सैर करने का मन बना रहे हैं, तो यार, ये जगह आपके ट्रैवल लिस्ट में होनी ही चाहिए। मैं आपको अपने अंदाज़ में, इस हवेली की सैर करवाऊँगा। तो चलिए, तैयार हो जाइए, क्योंकि ये सफर मजेदार होने वाला है। और हाँ, ये कहानी एकदम देसी और दिल से दिल तक वाली होगी।

Bagore ki haveli

दोस्तों, उदयपुर को तो आप जानते ही हैं – झीलों का शहर, राजस्थान का गहना! लेकिन यार, इस शहर का असली जादू तब खुलता है, जब आप इसकी गलियों में खो जाते हैं। मैं जब उदयपुर पहुँचा, तो मेरे मन में बस एक ही ख्याल था, भाई, ये शहर तो किसी बॉलीवुड फिल्म का सेट लगता है! और उस सेट का सबसे खूबसूरत सीन है Bagore Ki Haveli, जो गंगौर घाट पर पिछोला झील के किनारे खड़ी है।

Bagore ki haveli photo

 

पहली बार जब मैंने इस हवेली को देखा, तो बस मुँह से निकला – वाह, क्या बात है! ये हवेली 18वीं सदी में मेवाड़ के प्रधानमंत्री अमर चंद बडवा ने बनवाई थी। बाद में महाराणा शक्ति सिंह ने इसमें कुछ और निखार डाला, और तब से इसे बागोर की हवेली के नाम से जाना जाता है। आज ये एक म्यूज़ियम है, लेकिन यार, ये कोई साधारण म्यूज़ियम नहीं है। ये वो जगह है, जहाँ राजस्थान की संस्कृति, इतिहास, और कला एक साथ साँस लेते हैं। अगर आप उदयपुर की सैर की प्लानिंग कर रहे हैं, तो udaipur lake city पर और जानकारी चेक कर सकते हैं।

Bagore ki Haveli में एंट्री 

यार, मैं जब उदयपुर की तंग गलियों से होता हुआ गंगौर घाट पहुँचा, तो वहाँ का नज़ारा ही कुछ और था। एक तरफ पिछोला झील की शांत लहरें, और दूसरी तरफ बागोर की हवेली की भव्यता। मैंने ऑटो वाले भैया से कहा, भाई, ये तो कोई राजमहल जैसा लगता है! वो हँसते हुए बोले, साहब, अंदर जाओ, तब पता चलेगा असली राजस्थान!

मैंने हवेली का टिकट लिया – वैसे, Bagore Ki Haveli ticket price अभी 60 रुपये है बड़ों के लिए, और बच्चों के लिए 30 रुपये। अगर आप कैमरा ले जाना चाहते हैं, तो इसके लिए 100 रुपये अलग से देने पड़ते हैं। मैंने सोचा, चलो, फोटोग्राफी का शौक भी पूरा कर लूँ! टिकट लेकर जैसे ही मैं अंदर दाखिल हुआ, मुझे लगा जैसे मैं समय में पीछे चला गया हूँ।

हवेली के दरवाज़े पर नक्काशी, खिड़कियों पर रंग-बिरंगे काँच, और वो झरोखे – यार, ऐसा लग रहा था जैसे कोई पुरानी राजस्थानी फिल्म में घुस गया हूँ। मैंने अपने दोस्त को फोन करके बोला, दोस्त, तू यहाँ नहीं है, तेरा बहुत नुकसान हो रहा है! अगर आप टिकट और टाइमिंग की लेटेस्ट जानकारी चाहते हैं, तो Kalyan Tours Udaipur की साइट चेक करें।

Bagore Ki Haveli की सैर

बागोर की हवेली में 100 से ज्यादा कमरे हैं, और हर कमरा अपने आप में एक कहानी लिए हुए है। जैसे ही आप अंदर जाते हैं, आपको एक छोटा सा म्यूज़ियम मिलता है। इसमें राजस्थानी संस्कृति की झलक दिखती है – पुराने ज़माने के कपड़े, गहने, हथियार, और यहाँ तक कि पगड़ियाँ भी! मुझे तो सबसे ज़्यादा मज़ा आया उन कठपुतलियों को देखकर, जो राजस्थान की लोककथाओं को जीवंत करती हैं।

Bagore ki haveli image

एक कमरे में मैंने रानी का कक्ष देखा, जिसमें दो मोरों की मूर्तियाँ थीं, जो काँच और दर्पण से बनी थीं। मैं तो बस देखता रह गया – इतनी बारीक कारीगरी! मैंने वहाँ खड़े गार्ड से पूछा, भैया, ये कितने पुराने हैं? वो बोले, साहब, ये तो 200 साल से भी ज़्यादा पुराने हैं। मैंने सोचा, वाह, हमारे यहाँ तो 200 साल पुरानी चीज़ें संभालना भी मुश्किल है, और यहाँ पूरी हवेली इतनी खूबसूरती से बची हुई है!

हवेली का आँगन भी कमाल का है। यहाँ हर शाम Dharohar Folk Dance Show होता है, जो राजस्थान की संस्कृति का असली रंग दिखाता है। मैंने ये शो देखा, और यार, क्या बताऊँ – घूमर, भवाई, और कालबेलिया डांस ने तो दिल ही जीत लिया। खासकर भवाई डांस, जिसमें डांसर अपने सिर पर मटके रखकर नाचते हैं, वो देखकर तो मैं दंग रह गया। मैंने अपने दोस्त को व्हाट्सएप पर वीडियो भेजा और लिखा, भाई, ये देख, ये लोग गुरुत्वाकर्षण को भी चैलेंज कर रहे हैं! राजस्थान की संस्कृति के बारे में और जानने के लिए NativePlanet की साइट देखें।

मेरा व्यक्तिगत कहानी

दोस्तों, अब थोड़ा पर्सनल हो जाता हूँ। Bagore Ki Haveli घूमते वक्त मुझे अपने बचपन का वो छोटा सा गाँव याद आ गया, जहाँ मैं अपनी गर्मियों की छुट्टियाँ बिताया करता था। वहाँ की गलियों में हम बच्चे रात को इकट्ठा होते थे, और गाँव के बुजुर्ग हमें कहानियाँ सुनाते थे। उन कहानियों में राजा-रानी, हवेलियाँ, और लोकनृत्य की बातें होती थीं। हवेली में जब मैंने वो कठपुतली शो और धरोहर डांस देखा, तो मुझे लगा जैसे मैं फिर से अपने गाँव की उन रातों में लौट गया हूँ।

मैंने वहाँ से एक छोटी सी कठपुतली खरीदी, ताकि घर ले जाकर अपनी छोटी भतीजी को दिखा सकूँ। मैंने सोचा, उसे ये दिखाऊँगा और बताऊँगा कि हमारे देश की संस्कृति कितनी रंगीन है। यार, ऐसी जगहें सिर्फ घूमने के लिए नहीं होतीं, बल्कि हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखती हैं।

Bagore Ki Haveli का इतिहास

चलो, अब थोड़ा इतिहास की बात कर लेते हैं, वरना आप कहेंगे कि मैं बस मज़ाक ही करता रहता हूँ। Bagore ki Haveli को 1751-1778 के बीच अमर चंद बडवा ने बनवाया था। ये मेवाड़ के प्रधानमंत्री थे, और यार, उस ज़माने में प्रधानमंत्री का मतलब कोई छोटा-मोटा आदमी नहीं था। इस हवेली में बाद में महाराणा शक्ति सिंह रहे, जिन्होंने 1878 में इसमें तीन मंज़िलें और जोड़ीं।

स्वतंत्रता के बाद ये हवेली कई सालों तक खाली पड़ी रही। फिर 1986 में इसे वेस्ट ज़ोन कल्चरल सेंटर (WZCC) को सौंप दिया गया, और उन्होंने इसे एक म्यूज़ियम में बदल दिया। आज ये हवेली न सिर्फ पर्यटकों के लिए, बल्कि इतिहास और Rajasthan culture के शौकीनों के लिए भी एक खजाना है। अगर आप मेवाड़ के इतिहास के बारे में और पढ़ना चाहते हैं, तो Rajasthan Tourism की वेबसाइट चेक करें।

हवेली में क्या-क्या करें?

अब बात करते हैं कि आप Bagore Ki Haveli में क्या-क्या मज़े ले सकते हैं। सबसे पहले तो मैं यही कहूँगा कि Dharohar Folk Dance Show को मिस मत करना। ये शो हर शाम 7 बजे से 8 बजे तक होता है, और टिकट की कीमत 150 रुपये है। शो में राजस्थानी डांस जैसे घूमर, कालबेलिया, और भवाई देखने को मिलते हैं। मैंने तो भवाई डांस देखकर अपने दोस्त को मैसेज किया, यार, ये लोग तो जादूगर हैं!

Bagore ki haveli wallpaper

इसके अलावा, हवेली का म्यूज़ियम घूमना न भूलें। यहाँ आपको राजस्थानी राजघरानों की ज़िंदगी की झलक मिलेगी। खासकर वो रानी का कक्ष, जिसमें काँच और दर्पण की सजावट है, वो तो देखने लायक है। और अगर आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं, तो हवेली के झरोखों और आँगन से पिछोला झील का नज़ारा कैप्चर करें। मैंने तो वहाँ से इतनी तस्वीरें खींचीं कि मेरी गैलरी फुल हो गई! Tripadvisor पर आप बागोर की हवेली के और रिव्यू पढ़ सकते हैं।

पास में और क्या घूमें?

Bagore Ki Haveli के आसपास भी कई शानदार जगहें हैं। यहाँ से बस 5 मिनट की दूरी पर है Lake Pichola, जहाँ आप बोट राइड का मज़ा ले सकते हैं। मैंने वहाँ सूर्यास्त के समय बोट राइड की, और यार, वो नज़ारा तो ऐसा था कि मैंने अपने दोस्त को बोला, भाई, ये तो स्वर्ग से कम नहीं!

इसके अलावा, आप City Palace भी घूम सकते हैं, जो हवेली से थोड़ी ही दूरी पर है। वहाँ का म्यूज़ियम और राजसी ठाठ-बाट देखकर आपको लगेगा जैसे आप किसी राजा-महाराजा के ज़माने में चले गए हों। और हाँ, Jagdish Temple भी पास में ही है, जहाँ की शांति आपको सुकून देगी। इन जगहों की और जानकारी के लिए Incredible India देखें।

कैसे पहुँचें और टिप्स

Bagore Ki Haveli उदयपुर के गंगौर घाट पर है, तो यहाँ पहुँचना बहुत आसान है। अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं, तो उदयपुर रेलवे स्टेशन से ऑटो लेकर 15-20 मिनट में हवेली पहुँच जाएँगे। मैंने ऑटो वाले से 100 रुपये में डील की, लेकिन आप थोड़ा मोलभाव कर लें।

ट्रैवल टिप्स:

  • हवेली सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुली रहती है, तो दिन में जल्दी पहुँचें, ताकि भीड़ से बच सकें।
  • अगर आप Dharohar Folk Dance Show देखना चाहते हैं, तो 6:30 बजे तक पहुँच जाएँ, क्योंकि सीटें जल्दी भर जाती हैं।
  • अपने साथ पानी की बोतल और टोपी रखें, क्योंकि उदयपुर में धूप तेज़ हो सकती है।

हवेली ने क्या सिखाया

दोस्तों, अब थोड़ा गंभीर हो जाता हूँ। Bagore Ki Haveli घूमते वक्त मुझे एक बात समझ आई – हमारी संस्कृति और इतिहास कितना कीमती है। ये हवेली सिर्फ पत्थर और काँच का ढांचा नहीं है, बल्कि उन लोगों की कहानियों का खजाना है, जो यहाँ रहे, हँसे, रोए, और अपनी ज़िंदगी जिए।

मुझे याद है, जब मैं हवेली के टेरेस पर खड़ा था और पिछोला झील को देख रहा था, तो एक पल के लिए सब कुछ शांत हो गया। मैंने सोचा, यार, ज़िंदगी में कितना कुछ है जो हम भूल जाते हैं। उस पल मैंने फैसला किया कि मैं अपने ब्लॉग Khubsurat Bharat के ज़रिए ऐसी जगहों की कहानियाँ आप तक पहुँचाऊँगा, ताकि हम सब अपनी जड़ों को याद रखें।

ऑटो वाले भैया की सलाह

हँसने के लिए एक छोटा सा किस्सा सुनाता हूँ। जब मैं हवेली से वापस आ रहा था, तो ऑटो वाले भैया ने मुझसे पूछा, साहब, शादीशुदा हो? मैंने कहा, नहीं भैया, अभी तो घूमने में व्यस्त हूँ! वो हँसते हुए बोले, अच्छा किया, पहले उदयपुर घूम लो, फिर शादी करना, वरना बीवी बोलेगी – पहले मुझे घुमाओ! मैं तो हँस-हँसकर लोटपोट हो गया।

बागोर की हवेली क्यों है खास?

दोस्तों, Bagore Ki Haveli सिर्फ एक टूरिस्ट स्पॉट नहीं है। ये वो जगह है, जहाँ आप राजस्थान की आत्मा को महसूस कर सकते हैं। यहाँ की हर दीवार, हर झरोखा, और हर नक्काशी आपको एक कहानी सुनाती है। चाहे आप Rajasthan culture के दीवाने हों, Udaipur attractions की लिस्ट बना रहे हों, या बस एक यादगार ट्रिप चाहते हों, ये हवेली आपको निराश नहीं करेगी।

तो यार, अगली बार जब आप राजस्थान यात्रा में उदयपुर जाएँ, तो बागोर की हवेली ज़रूर घूमना। और हाँ, मेरे ब्लॉग Khubsurat Bharat को फॉलो करना न भूलें, क्योंकि ऐसी ही मज़ेदार और दिलचस्प कहानियाँ मैं आपके लिए लाता रहूँगा। कमेंट में बताइए, आपको ये पोस्ट कैसी लगी, और अगर आप उदयपुर गए हैं, तो आपकी कोई खास याद शेयर करें। चलो, फिर मिलते हैं अगली यात्रा में!

Categories:

Leave a Reply