Botalda Waterfall – एक अनोखा पिकनिक स्पॉट, बारिश और दोस्ती की कहानी
हाय दोस्तों! मैं हूँ आपका दोस्त, अमित, और स्वागत है मेरे ब्लॉग पर, जो खूबसूरत भारत के लिए लिखा गया है। आज मैं आपको ले चलता हूँ एक ऐसी जगह, जहाँ प्रकृति का जादू बिखरा पड़ा है और जहाँ मेरी ताज़ा-ताज़ा यात्रा की कहानी आपके साथ शेयर करने का मन है। कल मैं अपने दोस्तों के साथ Nagarda Waterfall गया था, और आज फिर बारिश में घूमने का मन किया तो अपने यार नवीन के साथ बाइक पर निकल पड़ा – मंज़िल थी Botalda Waterfall, जो छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में बसा एक छिपा हुआ खजाना है। यार, ये जगह इतनी खूबसूरत है कि बस मन करता है बार-बार यहाँ आ जाऊँ!
मैंने इस जगह की पूरी यात्रा को पहले से ही अपने खूबसूरत भारत YouTube चैनल पर भी कैद किया है, तो इस ब्लॉग को पढ़ने के बाद वहाँ जाकर वीडियो ज़रूर देखिएगा। वहाँ आपको बोतल्दा की खूबसूरती और मेरी नवीन के साथ मस्ती लाइव देखने को मिलेगी। तो चलिए, आपको बताता हूँ इस खूबसूरत जगह के बारे में, मेरी इस यात्रा की कहानी, और वो सब कुछ जो आपको Botalda Waterfall के बारे में जानना चाहिए। ये ब्लॉगपोस्ट खास आपके लिए है, जो घूमने-फिरने के शौकीन हैं, प्रकृति से प्यार करते हैं, और छत्तीसगढ़ की अनछुई जगहों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं।
Botalda Waterfall कहाँ है, यार?
Botalda Waterfall छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में खरसिया तहसील के पास एक छोटे से गाँव बोतल्दा में स्थित है। ये जगह रायगढ़ शहर से करीब 40 किलोमीटर और हाल ही में बने सक्ती जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर है। अगर आप जांजगीर-चांपा से आ रहे हैं, जैसे मैं और नवीन आए थे, तो ये करीब 50-60 किलोमीटर का रास्ता है। रास्ता इतना मज़ेदार है, भाई, कि हरे-भरे जंगल, छोटे-छोटे गाँव, और कच्चे-पक्के रास्तों से गुजरते हुए आपको लगेगा जैसे आप किसी फिल्म की शूटिंग में चले गए हो। खासकर बारिश के मौसम में, जब चारों तरफ हरियाली छा जाती है, और सड़क पर पानी की फुहारें उड़ती हैं, तब तो मज़ा दोगुना हो जाता है।
हमारी बाइक यात्रा का मज़ा तब और बढ़ गया जब रास्ते में एक छोटे से ढाबे पर रुककर हमने गरमा-गरम भजिया खाया। बारिश की हल्की फुहारें, भजिया की खुशबू, और नवीन के साथ हँसी-मज़ाक – यार, इससे बेहतर क्या चाहिए? मैंने नवीन से कहा, “भाई, अगर वॉटरफॉल उतना ही मस्त है जितना ये भजिया, तो आज का दिन यादगार हो जाएगा!” और सचमुच, बोतल्दा ने हमें निराश नहीं किया। अगर आप इस तरह के ट्रैवल एक्सपीरियंस के बारे में और पढ़ना चाहते हैं, तो बरनवापारा वन्यजीव अभयारण्य के बारे में मेरे ब्लॉग पर चेक करें, जहाँ मैंने प्रकृति और वन्यजीवों के बीच बिताए पलों की कहानी शेयर की है।
Botalda Waterfall की खूबसूरती
दोस्तों, जब हम बोतल्दा पहुँचे, तो मैं बस देखता ही रह गया। Botalda Waterfall करीब 20 फीट ऊँचाई से गिरता है, और इसका पानी इतना साफ है कि आप नीचे तलहटी में बने गहरे तालाब में अपनी परछाई देख सकते हैं। चारों तरफ घने जंगल, हरे-भरे पहाड़, और पानी की तेज़ आवाज़ – ऐसा लगता है जैसे प्रकृति ने यहाँ अपना बेस्ट आर्टवर्क बनाया हो। बारिश की वजह से पानी का बहाव और भी तेज़ था, और हल्की धुंध सी बनी हुई थी, जो पूरे सीन को और भी जादुई बना रही थी।
मैं और नवीन वहाँ कुछ देर बैठकर बस उस माहौल को जी रहे थे। पानी की आवाज़ इतनी सुकून देने वाली थी कि कुछ देर के लिए सारी टेंशन गायब हो गई। मैंने नवीन से मज़ाक में कहा, “यार, ये जगह तो ऐसी है कि यहाँ टेंट लगाकर महीने भर रह लो, फिर भी मन नहीं भरेगा!” और सचमुच, ये जगह ऐसी है जो आपको अपने साथ जोड़ लेती है। अगर आप ऐसी ही प्राकृतिक जगहों के शौकीन हैं, तो Highest Waterfall In India के बारे में भी पढ़ें, जहाँ मैंने इतिहास और प्रकृति के संगम को देखा था।
बोतल्दा क्यों है खास?
Botalda Waterfall सिर्फ एक वॉटरफॉल नहीं है, दोस्तों, ये एक पूरा एक्सपीरियंस है। यहाँ की खासियत ये है कि ये ज्यादा भीड़भाड़ वाली जगह नहीं है। बड़े-बड़े टूरिस्ट स्पॉट्स की तरह यहाँ न तो टिकट का झंझट है, न ही ढेर सारी दुकानों का शोर। ये जगह अभी भी अपनी प्राकृतिक खूबसूरती को बरकरार रखे हुए है। यहाँ आप picnic spot के तौर पर परिवार या दोस्तों के साथ वक्त बिता सकते हैं, तालाब में नहा सकते हैं, या बस चट्टानों पर बैठकर प्रकृति का मज़ा ले सकते हैं।
खास बात ये है कि बोतल्दा को Atal Rock Garden के नाम से भी जाना जाता है। ये नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि के तौर पर रखा गया है। यहाँ कुछ गुफाएँ भी हैं, जो एडवेंचर के शौकीनों के लिए मज़ेदार हैं। मैं और नवीन ने एक छोटी सी गुफा में झाँकने की कोशिश की, लेकिन बारिश की वजह से फिसलन थी, तो हमने सोचा, “यार, अभी ज़िंदगी बाकी है, अगली बार आएँगे!” अगर आपको एडवेंचर पसंद है, तो सत्यानारायण बाबा के बारे में मेरे ब्लॉग पर पढ़ें, जहाँ मैंने एक शांत और आध्यात्मिक जगह की यात्रा की थी।
Botalda Waterfall कब जाएँ?
दोस्तों, अगर आप Botalda Waterfall का पूरा मज़ा लेना चाहते हैं, तो मॉनसून यानी जुलाई से सितंबर का समय बेस्ट है। इस दौरान वॉटरफॉल अपने पूरे शबाब पर होता है, पानी का बहाव तेज़ होता है, और आसपास की हरियाली आपको मंत्रमुग्ध कर देती है। लेकिन हाँ, अगर आप बारिश में नहीं जाना चाहते, तो अक्टूबर से मार्च तक का समय भी अच्छा है। इस दौरान मौसम सुहाना रहता है, और वॉटरफॉल की खूबसूरती कम नहीं होती। गर्मियों में पानी का बहाव थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन फिर भी आसपास की प्राकृतिक सुंदरता आपको निराश नहीं करेगी।
मैं और नवीन बारिश में गए थे, और यार, वो अनुभव ही अलग था। बाइक पर बारिश की बूँदें चेहरे पर पड़ रही थीं, और नवीन चिल्ला रहा था, “भाई, ये तो मूवी वाला सीन है!” सचमुच, बारिश ने इस जगह की खूबसूरती को और बढ़ा दिया था। इस बारिश वाले मज़े को मैंने अपने खूबसूरत भारत YouTube चैनल पर शेयर किया है, तो वहाँ ज़रूर देखिए।
बोतल्दा कैसे पहुँचें?
अब बात करते हैं कि आप Botalda Waterfall तक कैसे पहुँच सकते हैं। अगर आप रायगढ़ से आ रहे हैं, तो यहाँ तक का रास्ता करीब 40 किलोमीटर का है। आप अपनी गाड़ी, बाइक, या लोकल बस से खरसिया तक जा सकते हैं। खरसिया रेलवे स्टेशन यहाँ से सिर्फ 3.83 किलोमीटर दूर है, तो ट्रेन से आने वाले दोस्तों के लिए भी ये जगह आसानी से पहुँचने लायक है। अगर आप जांजगीर-चांपा या बिलासपुर से आ रहे हैं, तो आपको 50-60 किलोमीटर का सफर तय करना होगा। रास्ते में आपको सक्ती, खरसिया जैसे छोटे शहर मिलेंगे, जहाँ आप रुककर चाय-पकौड़े का मज़ा ले सकते हैं।
हमने बाइक से जाना पसंद किया, क्योंकि भाई, बाइक पर घूमने का मज़ा ही अलग है। रास्ते में हरे-भरे खेत, छोटे-छोटे गाँव, और बारिश की फुहारें – ये सब मिलकर ऐसा माहौल बनाते हैं कि आप सफर में ही खो जाते हो। रास्ते में एक जगह हम रुके, जहाँ एक चाय की टपरी पर भजिया मिल रहा था। मैंने नवीन से कहा, “यार, अगर वॉटरफॉल तक का रास्ता इतना मस्त है, तो वहाँ तो कमाल ही होगा!” और सचमुच, बोतल्दा ने हमारा दिल जीत लिया। छत्तीसगढ़ के और ट्रैवल रूट्स के बारे में जानने के साथ साथ प्रेम मंदिर जांजगीर के बारे में मेरे ब्लॉग पर पढ़ें, जहाँ मैंने एक खूबसूरत आध्यात्मिक जगह की कहानी शेयर की है।
अगर आप ट्रैवल प्लानिंग के लिए और टिप्स चाहते हैं, तो WanderOn की वेबसाइट चेक करें। वहाँ आपको छत्तीसगढ़ और भारत की दूसरी जगहों के बारे में ढेर सारी जानकारी मिलेगी।
बोतल्दा में क्या-क्या करें?
Botalda Waterfall में करने के लिए ढेर सारी चीज़ें हैं, दोस्तों। यहाँ कुछ आइडियाज़ हैं:
- पिकनिक का मज़ा लें: बोतल्दा एक परफेक्ट picnic spot है। आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ खाना पैक करके लाएँ, चट्टानों पर बैठकर खाएँ, और प्रकृति का मज़ा लें। हमने तो भजिया रास्ते में खा लिया था, लेकिन अगली बार मैं घर से पराठे और अचार लाने वाला हूँ! पिकनिक के लिए और टिप्स चाहिए, तो Nagarda Waterfall के बारे में मेरे ब्लॉग पर पढ़ें।
- नहाने का मज़ा: वॉटरफॉल के नीचे बना तालाब गहरा है और नहाने के लिए एकदम सही। पानी ठंडा और साफ है, तो गर्मी में ये जगह स्वर्ग लगती है। बस, बारिश में फिसलन का ध्यान रखें।
- फोटोग्राफी: अगर आपको फोटोग्राफी का शौक है, तो ये जगह आपके लिए जन्नत है। वॉटरफॉल, जंगल, और पहाड़ों का कॉम्बिनेशन ऐसा है कि हर एंगल से फोटो कमाल की आएगी। मैंने और नवीन ने ढेर सारी सेल्फी लीं, और यार, वो फोटोज़ इंस्टाग्राम पर छा गईं!
- एडवेंचर: यहाँ कुछ छोटी-छोटी गुफाएँ हैं, जिन्हें आप एक्सप्लोर कर सकते हैं। अगर आप ट्रेकिंग के शौकीन हैं, तो आसपास के पहाड़ों पर हल्की-फुल्की चढ़ाई भी कर सकते हैं। एडवेंचर के लिए और जगहों की जानकारी बरनवापारा वन्यजीव अभयारण्य पर मेरे ब्लॉग में पढ़ें।
- सुकून भरे पल: अगर आप कुछ देर शांति में बिताना चाहते हैं, तो बस वॉटरफॉल के पास बैठ जाएँ। पानी की आवाज़ और हवा की सनसनाहट आपको रिलैक्स कर देगी। मैंने तो वहाँ बैठकर अपनी जिंदगी के बारे में भी सोचा, कि यार, कितना अच्छा होता अगर रोज़ ऐसा सुकून मिले।
Botalda Waterfall और मेरे यार की कहानी
दोस्तों, बोतल्दा की इस यात्रा में मेरे लिए जो सबसे खास था, वो था नवीन के साथ वो पल बिताना। नवीन मेरा पुराना दोस्त है, और हमारी दोस्ती को कई साल हो गए। लेकिन जिंदगी की भागदौड़ में हम दोनों इतने बिज़ी हो गए थे कि एक-दूसरे के लिए वक्त ही नहीं निकाल पाते थे। इस बार मैंने सोचा, “बस, अब बहुत हुआ, नवीन को फोन करता हूँ और कहीं घूमने चलते हैं।” और यार, ये फैसला मेरी जिंदगी का बेस्ट डिसीजन था।
Botalda Waterfall के रास्ते में हमने पुरानी यादें ताज़ा कीं। पहले के वो दिन, जब हम बाइक पर बिना प्लान के कहीं निकल जाते थे, वो सारी मस्ती याद आ गई। एक बार कॉलेज में हम दोनों ने प्रोफेसर को चकमा देकर क्लास बंद की थी और पास के ढाबे पर समोसे खाने चले गए थे। नवीन ने हँसते हुए कहा, “यार, तू आज भी वही वाला अमित है, बस अब भजिया समोसों की जगह ले लिया!” हम दोनों खूब हँसे, और वो पल मेरे लिए अनमोल था। ऐसी ही इमोशनल ट्रैवल कहानियाँ पढ़ने के लिए सत्यानारायण बाबा के बारे में मेरे ब्लॉग पर जाएँ।
बोतल्दा में जब हम वॉटरफॉल के पास बैठे थे, तो मैंने नवीन से कहा, “भाई, जिंदगी में ऐसे पल कम ही मिलते हैं। हमें फिर से ऐसा प्लान करना चाहिए।” और उसने कहा, “हाँ यार, अब हर महीने कहीं न कहीं घूमने चलेंगे।” उस पल में मुझे लगा कि बोतल्दा ने न सिर्फ प्रकृति की खूबसूरती दिखाई, बल्कि मेरी दोस्ती को भी और मज़बूत कर दिया।
Botalda Waterfall के आसपास और क्या देखें?
अगर आप Botalda Waterfall जा रहे हैं, तो आसपास की कुछ और जगहें भी घूम सकते हैं। यहाँ कुछ सुझाव हैं:
- खरसिया: ये बोतल्दा से सिर्फ 5-6 किलोमीटर दूर है। यहाँ आप लोकल मार्केट घूम सकते हैं या कुछ देसी खाना ट्राई कर सकते हैं।
- रायगढ़: रायगढ़ शहर में आप राम झरना, केलो पार्क, और गंगा मुंडा झील जैसी जगहें देख सकते हैं। रायगढ़ की मार्केट में आपको छत्तीसगढ़ी हस्तशिल्प भी मिलेगा, जो आप स्मृति के तौर पर खरीद सकते हैं।
- सक्ती: ये नया जिला है और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता भी देखने लायक है। अगर आपके पास समय हो, तो सक्ती के आसपास के गाँवों में घूमने का मज़ा लें।
- Gomarda Wildlife Sanctuary: अगर आप बोतल्दा से थोड़ा और दूर जाना चाहते हैं, तो ये वन्यजीव अभ्यारण्य एक शानदार जगह है। यहाँ आपको जंगली जानवर, पक्षी, और लाइमस्टोन गुफाएँ देखने को मिलेंगी। मेरे अभ्यारण्य ट्रिप के बारे में और जानने के लिए बरनवापारा वन्यजीव अभयारण्य पर मेरे ब्लॉग को पढ़ें। और जगहों के बारे में जानने के लिए Incredible India की वेबसाइट देखें।
बोतल्दा जाने से पहले कुछ टिप्स
दोस्तों, अगर आप Botalda Waterfall जाने का प्लान बना रहे हैं, तो मेरे कुछ टिप्स आपके काम आएँगे:
- कपड़े और जूते: बारिश में फिसलन हो सकती है, तो अच्छे ग्रिप वाले जूते पहनें। साथ में हल्के कपड़े और एक रेनकोट लें, क्योंकि मॉनसून में बारिश का कोई भरोसा नहीं।
- खाना-पानी: आसपास ज्यादा दुकानें नहीं हैं, तो अपना खाना और पानी साथ ले जाएँ। हमने भजिया रास्ते में खाया, लेकिन वॉटरफॉल के पास ज्यादा ऑप्शन्स नहीं हैं।
- सुरक्षा: तालाब में नहाते वक्त सावधानी बरतें, क्योंकि कुछ जगहें गहरी हैं। बच्चों के साथ जा रहे हैं, तो उनकी निगरानी रखें।
- कैमरा: फोटोग्राफी के लिए अच्छा कैमरा या फोन साथ लें। यहाँ की तस्वीरें आपके सोशल मीडिया पर छा जाएँगी!
- कचरा न फैलाएँ: दोस्तों, ये जगह इतनी खूबसूरत है कि हमें इसे साफ रखना चाहिए। जो भी सामान ले जाएँ, उसे वापस लाएँ और कचरा न फैलाएँ। और टिप्स के लिए यात्रा टिप्स के बारे में मेरे ब्लॉग पर पढ़ें, जहाँ मैंने ट्रैवल टिप्स शेयर किए हैं।
भारत के खूबसूरती को आप भी देखे
खूबसूरत भारत के पाठकों, Botalda Waterfall सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि एक एहसास है। ये वो जगह है, जहाँ आप प्रकृति के साथ जुड़ सकते हैं, अपने दोस्तों और परिवार के साथ यादें बना सकते हैं, और जिंदगी की भागदौड़ से कुछ पल का सुकून पा सकते हैं। मेरी और नवीन की ये छोटी सी यात्रा मेरे लिए बहुत खास थी, और मैं चाहता हूँ कि आप भी इस जगह को अपने ट्रैवल लिस्ट में शामिल करें।
तो दोस्तों, अगली बार जब आप छत्तीसगढ़ में हों, Botalda Waterfall ज़रूर जाएँ। और हाँ, अगर आप वहाँ भजिया खाएँ, तो मेरी तरफ से एक एक्स्ट्रा प्याज़ का भजिया खा लेना! अपनी यात्रा की कहानियाँ मेरे साथ खूबसूरत भारत पर ज़रूर शेयर करें। और हाँ, मेरे खूबसूरत भारत YouTube चैनल पर जाकर बोतल्दा का वीडियो देखना न भूलें। तब तक, घूमते रहो, मस्ती करते रहो, और खूबसूरत भारत को एक्सप्लोर करते रहो!
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